एक हॉन्टेड कैमरा ( कहानी )

बहुत दिन हो गए यार लेकिन हम कहीं घूमने नहीं गए "
 - इस बार तो हम कहीं घूमने जाएंगे ही जाएंगे ।
कोल्ड ड्रिंक का एक गिलास उठाते हुए रवि ने अपने बाकी तीनो दोस्तों से कहा तो तीनो दोस्तों ने भी हाँ में सर हिला दिया ।

रवि , कपिल , रोहित और अंकित चारों स्कूल के समय से ही गहरे दोस्त है और अभी कॉलेज में है ।
 रवि के इस घूमने जाने के प्लान पर तीनों भी खुश हो गए 
 
" तो तय रहा हम इसी महीने में कही घूमने जाएंगे " कहते हुए कपिल ने अपना फोन बाहर निकाला और फोन पर घूमने जाने की अच्छी जगह देखने लगा ।  

शिमला चलना कैसा रहेगा ? रोहित ने अपने तीनों दोस्तों से कहा ।

" परफेक्ट " सभी ने एक स्वर में कहा ।
तो ठीक है इस महीने की 15 तारीख को हम सभी लोग शिमला घूमने चलेंगे क्या किसी के पास कोई कैमरा है ?        
  - रोहित ने पूछा ।

कपिल ने कहा कि मुझे कैमरा खरीदना ही है तो मैं इसी ट्रिप के लिए खरीद लेता हूं । एक सेकंड हैंड कैमरा खरीद लूंगा ।

कपिल घूमने जाने के नाम से बहुत उत्साहित था ।
वह अगले ही दिन किसी सेकंड हैंड इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर गया और एक अच्छा सा सेकंड हैंड कैमरा खरीद लाया ।

15 तारीख को चारों दोस्त शिमला की तरफ निकल गए लेकिन उन्हें नहीं पता था कि यह ट्रीप उनके लिए कितनी मुश्किल भरी होने वाली है ।

चारों दोस्त शिमला के एक होटल में रुक गए और घूमने जाने का प्लान बनाने लगे ।

अगले दिन चारों दोस्त बर्फ की वादियों में घूमने के लिए निकल गए और साथ में कैमरा भी ले लिया ताकि अच्छी-अच्छी फोटो खींची जा सके ।

चारों  ने अपनी बहुत सारी फोटो खींची और रात को फिर से अपने होटल के कमरे में आ गए ।

" यार कपिल अपनी फोटो तो दिखा " रवि ने कपिल से कहा
तो सभी कैमरे में फोटो देखने लगते है ।
पर यह क्या... जब वे सब अपनी ग्रुप फोटो देखते हैं जो उन्होंने किसी और से खिंचवाई थी उसमें उनके पीछे एक अजीब सी परछाई भी दिख रही थी जबकि और किसी भी फ़ोटो में कुछ नही दिख रहा था । 
मानो उन चारो के साथ और भी कोई फ़ोटो खिंचवा रहा हो।

मानो वे चारे जैसे अकेले नही आये हो घूमने उनके साथ कोई और भी आया हो।

अधिक थकान होने के कारण पहले तो चारों ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया और सो गए ।

अचानक रात को रोहित की नींद खुली उसने मोबाइल में टाइम देखा तो रात के 1 बजे थे । रोहित कमरे की बालकनी में चला गया । बाहर घोर अंधेरा छाया हुआ था और ठंडी - ठंडी हवाएं साय - साय करती हुई कानों में टकरा रही थी मानो जैसे रोहित को कुछ कहना चाहती हो ।
अचानक रोहित को लगा जैसे किसी ने उसका नाम पुकारा हो । 

रोहित कमरे के अंदर आ गया । उसे नींद नही आ रही थी । 
तो उसने सोचा क्यूँ न कैमरे से अपनी फोटोज़ अपने फ़ोन में ले ली जाए ताकि सोशल मीडिया पर डाल सके ।
रोहित ने कैमरा उठाया और अपनी फोटोज़ देखने लगा ।
पर वो क्या देखता है ? कैमरे में उसकी एक भी फ़ोटो नही है ।
रोहित ग्रुप फोटोज़ देखता है लेकिन उसमे भी वो अपनी जगह से गायब है  और उसकी जगह फ़ोटो में वो अजीब सी परछाई दिखती है । 

इससे पहले की रोहित कुछ समझ पाता उसे फिर से अपना नाम सुनाई देता है । आवाज होटल के बाहर से आ रही थी। रोहित बाहर जाकर देखता है लेकिन बाहर कोई भी दिखाई नही देता है । 

रोहित घबराहट के मारे पसीने से लथपथ हो जाता है । 
उसे कुछ भी समझ नही आ रहा था । तभी रोहित को वो फ़ोटो वाली परछाई अपने रूम की बालकनी में दिखाई देती है और रोहित सड़क पर ही बेहोश हो जाता है । 

अगली सुबह तीनो दोस्त उठते है और रोहित को रूम से गायब पाते है तीनो बहुत ढूंढते है लेकिन रोहित का कोई अता - पता नही चलता । तीनो पुलिस स्टेशन जाकर रोहित की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाते है । तभी पुलिस के पास वायरलेस पर खबर आती है एक नौजवान लड़के की लाश मिली है जिसका सर धड़ से अलग किया हुआ है। तीनो दोस्त भी खबर सुनकर सकते में आ जाते है ।

पुलिस तीनो को अपने साथ लाश के पास ले जाती है ताकि लाश की पुष्टि की जा सके की ये कही रोहित की लाश तो नही । तीनो बहुत डर जाते है और भगवान से प्रार्थना करते लगते है की ये उनके दोस्त की लाश न हो ।

सभी उस लाश के पास पहुँचते है जो कि रोहित की ही होती है । तीनो दोस्त लाश को देखकर जोर जोर से रोने लगते है।

पुलिस लाश को पोस्टमार्टम के लिए साथ ले जाती है और रोहित के घर वालो को खबर कर देती है । इंस्पेक्टर तीनो दोस्तो को होटल जाने को कहता है । तीनो दोस्त होटल चले जाते है । रात को सभी बेहद डरे हुए होते है किसी को भी नींद नही आ रही होती है तो सभी कमरे में साथ में बैठे हुए रोहित को याद कर रहे होते है। 

" कल तक को सब कितना ठीक था अचानक एक रात में ये सब क्या हो गया" कहते - कहते रवि रोने लग जाता है।

" कल रोहित कितना खुश था उसकी कितनी अच्छी - अच्छी फोटोज़ आ रही थी " रुआंसे गले से कहता हुआ अंकित , रोहित की फ़ोटो देखने के लिए कैमरे को निकालता है ।

पर जब अंकित कैमरे में फोटोज़ देखता है तो आश्चर्यचकित हो जाता है । कैमरे में रोहित की एक भी फ़ोटो नही थी और तो और ग्रुप वाले सभी फोटोज में से भी रोहित गायब था और उसकी जगह अजीब सी परछाई दिख रही थी । 
अंकित घबराकर सबको ये बात बताता है । 

तभी ग्रुप फ़ोटो देखकर कपिल कहता है  - " अरे ! ये तो वही जगह है जहाँ आज रोहित की लाश मिली है मतलब हमने जहाँ पर अपना पहला फ़ोटो खिंचवाया था रोहित की लाश वही मिली है । 

तीनो दोस्त बहुत डर जाते है उन्हें कुछ समझ नही आ रहा होता है की ये सब क्या चल रहा है । 

तभी अंकित , कपिल से पूछता है की वो ये कैमरा कहाँ से लाया था और ये किसका कैमरा है ।

कपिल उसे बताता है  की " ये एक सेकंड हैंड कैमरा है जो वो किसी सेकंड हैंड इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान से लाया था " और हाँ ! दुकानदार ने ये भी कहा था की ये एक मशहूर फोटोग्राफर का कैमरा है उस फोटोग्राफर की मौत के बाद उसने घर वालो ने कैमरे को उस दुकान पर बेच दिया था । 

" जरूर इस कैमरे में ही कुछ गड़बड़ है " कहते हुए अंकित कैमरे को अपने से दूर करते हुए कहता है ।

रोहित का फ़ोटो से गायब होना उसकी जगह अजीब सी परछाई का फ़ोटो में आना । ठीक उसी जगह रोहित की लाश मिलना जहाँ हमने पहली बार फ़ोटो खिंचा था और सबसे पहला फ़ोटो इस कैमरे से रोहित का ही खिंचा गया था ।

ये सब बाते इसी तरफ़ इशारा कर रही है की जरूर इस कैमरे में उस फोटोग्राफर की आत्मा है और वो नही चाहता की उसका कैमरा कोई और काम में ले । अगर हमने इस कैमरे से अपना पीछा नही छुड़ाया तो ये हम सबको मार देगा  - अंकित ने अपनी जगह से उठकर दोनों को देखते हुए कहा ।

" तो चलो चलते है इस कैमरे को शहर से दूर कही नदी में डाल देते है " - कपिल ने अंकित की बात का जवाब देते हुए कहा।

तीनो दोस्त कैमरे को लेकर रात में निकल जाते है और चलते -  चलते शहर से बाहर नदी तक पहुँचते है ।

" कपिल तुम ही इस कैमरे को लाये थे अब तुम ही इसे नदी में फेंको " अंकित कैमरे को कपिल को देते हुए बोला ।

कपिल जैसे ही कैमरे को हाथ में लेता है कैमरा अचानक उसके हाथ से छूट कर नीचे गिर जाता है । कपिल उस कैमरे को उठाने के लिए  जैसे ही झुकता है वैसे ही एक साया उस कैमरे से बाहर निकलता है और कपिल के अंदर समा जाता है ।

कपिल , अंकित और रवि की तरफ देख कर जोर- जोर से हँसने लगता है उसके चेहरे पर अजीब से निशान बनने लग जाते है और उसका चेहरा देखते ही देखते भयानक हो जाता है । 

अंकित और रवि ये सब देख कर बहुत डर जाते है । अंकित मौका देखकर कैमरे को उठा लेता है और दोनों कपिल से दूर भागने लगते है । भागते भागते दोनों को एक खण्डहर दिखाई देता है तो दोनों उस खण्डहर के अंदर चले जाते है । 

एकाएक खण्डहर के अंदर से रोने व चिल्लाने की आवाजे आने शुरू हो जाती है और अचानक रवि के सामने कपिल आ जाता जिसके अंदर कैमरे के फोटोग्राफर की आत्मा ने प्रवेश किया हुआ होता है । कपिल रवि को लात मारकर एक ओर गिरा देता है और अंकित की तरफ बढ़ने लगता है।

अंकित उसी समय उस कैमरे को तोड़ता है पर कैमरा फिर से जुड़ जाता है । अंकित समझ जाता है की कैमरे को तोड़ा नही जा सकता इसे नष्ट ही करना पड़ेगा । 

इतने में रवि फिर से उठकर कपिल को पीछे से पकड़ लेता है और उसे अंकित की तरफ जाने से रोकता है और अंकित से कहता है  " मैं इसे रोकता हूँ तुम उस कैमरे को नष्ट करो " 

अंकित ने कही पढ़ा था की भूतिया चीजो को आग से ही नष्ट किया जा सकता है । अंकित आग जलाने के लिए खण्डहर में सूखे पत्ते जमा करने लगता है और जेब से लाइटर निकालता है चूंकि अंकित सिगरेट पीता था इसलिए उसके पास हमेशा एक लाइटर रहता ही है । 
 
इतने में कपिल रवि को उठाकर हवा में उछाल देता है और अंकित की तरफ बढ़ता है अंकित जैसे ही कैमरे को पत्तो के ढेर में रखता है । कपिल, अंकित को जोर से लात मारकर दूर फेक देता है और अंकित के पास जाकर उसका गला पकड़कर उसे ऊपर उठा देता है ।

इतने में रवि होश में आता है और लाइटर उठा कर पत्तो के ढेर में आग लगा देता है जिससे कैमरा जलने लगता है । 
जैसे ही कैमरा जलने लगता है कपिल के हाथ से अंकित छूट जाता है। कपिल जोर - जोर से रोने और चिल्लाने की आवाज निकालता है जैसे उसे बहुत दर्द हो रहा हो और अचानक से बेहोश होकर जमीन पर गिर जाता है और एक साया कपिल के शरीर से निकल कर आसमान की ओर चला जाता है । 

रवि , अंकित को उठाता है फिर दोनों कपिल को होश में लाते है और उसे पूरी बात बताते है । तीनो दोस्त गले मिलकर बहुत रोते है और फिर से होटल की ओर निकल जाते है । 

                         - चिंतन जैन

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