गम

ये जो लिख रहा हूँ मैं ये जमाने का गम है
गलत समझ रहे हो आप की इश्क़ में हम है ।।
                     - चिंतन जैन ©

Comments

Popular posts from this blog

समय का चक्र ( कविता )

कविता

सिलसिला