कविता

किसी छोटे बच्चे द्वारा हमारी ओर मुस्कुराकर देखने पर उसकी निश्छल मुस्कान देखकर जैसी आंनद और सुकून की अनुभूति हृदय को होती है । 
मेरे लिए तुमको देखना वैसा ही है ।।

                   - चिंतन जैन

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