शायरी

ख्वाबों में आकर मुझे परेशान किसने किया

जो तुम न थे तो मेरी जान किसने किया ।

एक मुद्दत से मैं नही था अपने होश में

मुझे जगाकर मुझपे एहसान किसने किया ।

                  - चिंतन जैन

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