शहीद पर कविता

भारत माँ के लाल तूने फ़र्ज़ अपना अदा किया 

जान हथेली पर लेकर दुश्मन का चीर सीना दिया ।

देश को ये कर्ज़ देकर गहरी नींद सो गए 

फिर से वीर भारत माँ के शहीद हो गए ।

बलिदान तुम्हारा ये देश कभी न भूल पायेगा 

याद करेगा तुमको और वंदे मातरम् गायेगा ।

देश में तुम एक नई ऊर्जा का बीज बो गए

फिर से वीर भारत माँ के शहीद हो गए ।

आंखे अभी भी दरवाजे पर राह तक रही होगी

वो माँ बेटे की प्रतीक्षा में राते जग रही होगी

उस माँ को अब ये कौन जाकर समझायेगा

तू सो जा माँ तेरा लाल लौट कर नही आएगा ।

एक नया इतिहास लिखकर सन्नाटे में खो गए

फिर से वीर भारत माँ के शहीद हो गए ।

                - चिंतन जैन

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