कविता । ग़ज़ल । शायरी

ज़िन्दगी में कुछ ऐसा किरदार होना चाहिए

हो भले छोटा मग़र दमदार होना चाहिए ।

थक चुका हूँ मैं आपको यूँ पुकारते - पुकारते

अब तो आपको थोड़ा रहमगार होना चाहिए ।

मैंने इक ज़िन्दगी गुज़ारी है आपकी चाहत में 

आपको भी तो अब मुझसे प्यार होना चाहिए ।

क्यूँ लिखे हम नाम आपका इन कागज़ के पन्नो पर

आपके नाम पर तो फूलों का कारोबार होना चाहिए ।                       
                        - चिंतन जैन

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